Wednesday, 18 July 2018

श्री गौमता जी की आरती/ Gau Mata Ki Aarti

 


ॐ जय जय गौमाता, मैया जय जय गौमाता   ।
जो कोई तुमको ध्याता, त्रिभुवन सुख पाता     । ।

सुख समृद्धि प्रदायनी,  गौ की कृपा मिले        ।
जो करे  गौ की सेवा, पल में विपत्ति टले          । ।

आयु ओज विकासिनी, जन जन की माई         ।
शत्रु मित्र सुत जाने, सब की सुख दाई             । ।

सुर सौभाग्य विधायिनी, अमृती दुग्ध दियो        ।
अखिल विश्व नर नारी, शिव अभिषेक कियो    । ।

ममतामयी मन भाविनी, तुम ही जग माता       ।
जग की पालनहारी, कामधेनु माता                 । ।

संकट रोग विनाशिनी, सुर महिमा गायी          ।
गौ शाला की सेवा, संतन मन भायी                 । ।

गौ माँ की रक्षा हित, हरी अवतार लियो           ।
गौ पालक गौपाला, शुभ सन्देश दियो              । ।

श्री गौमात की आरती, जो कोई सुत गावे         ।
"पदम्" कहत वे  तरणी, भव से तर जावे        । ।

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