जब से तुमसे मिला हूँ मैं,
तेरी यादों में खोया हूँ,
उस दिन के सारे लम्हों को,
अपने दिल में बसाया हूँ,
सोचता हूँ तुमसे मिलकर,
बतलाऊँ अपनी हालात मैं,
या आंखों से सारी बात करूँ,
मुँह से कुछ भी न बोलू मैं,
हर लम्हा तुमसे मिलने की,
आस में मेरा बीत रहा,
क्या बोलूंगा तुमसे मिलकर,
हर पल विक्रान्त ये सोच रहा,
छोड़ो मेरी इस हालत को,
अपनी कहो तुम कैसी हो,
नींद समय पर आती है,
या तड़प रही मेरे जैसी हो,
अगर हालत मेरे जैसे है,
तो चलो दूरी मिटाये हम,
मिलें जो अगली बार कभी,
तो एक दूजे में खो जायें हम।
तेरी यादों में खोया हूँ,
उस दिन के सारे लम्हों को,
अपने दिल में बसाया हूँ,
सोचता हूँ तुमसे मिलकर,
बतलाऊँ अपनी हालात मैं,
या आंखों से सारी बात करूँ,
मुँह से कुछ भी न बोलू मैं,
हर लम्हा तुमसे मिलने की,
आस में मेरा बीत रहा,
क्या बोलूंगा तुमसे मिलकर,
हर पल विक्रान्त ये सोच रहा,
छोड़ो मेरी इस हालत को,
अपनी कहो तुम कैसी हो,
नींद समय पर आती है,
या तड़प रही मेरे जैसी हो,
अगर हालत मेरे जैसे है,
तो चलो दूरी मिटाये हम,
मिलें जो अगली बार कभी,
तो एक दूजे में खो जायें हम।
Jab se tumse mila hun mai,
Teri yaadon me khoya hun,
Us din ke sare lamho ko,
Apne dil me basaya hun,
Sochta hun tumse milkar,
Batlau apni halat mai,
Ya aankho se sari baat karu,
Muh se kuchh bhi na bolu mai,
Har lamha tumse milne ki,
Aas me mera beet raha,
Kya bolunga tumse milkar,
Har pal VIKRANT ye soch raha,
Chhodo meri is halat ko,
Apni kaho tum kaisi ho,
Need samay par aati hai,
Ya tadap rahi meri jaisi ho,
Agar halat mere jaise hain,
To chalo duri mitaye hum,
Mile jo agli baar kabhi,
Ek duje me kho jaye hum.
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