Saturday, 5 March 2022

योग में सीमा और सावधानियां

 योग हमारे जीवन से जुड़े भौतिक, मानसिक और आध्यात्मिक जीवन का विकास करता है, 

योग का अर्थ जुड़ना होता। योग - आसन, प्राणायाम, मुद्रा और ध्यान के माध्यम से प्राप्त होती है। 
योग किसी भी बीमारी में इलाज का एक सफल विकल्प भी है।

योग में सीमा और सावधानियां - 
योग करने की कोई सीमा नहीं है, बशर्ते किसी योग गुरु के निगरानी में किया जाए।

योग मुख्यतः चार प्रकार हैं।
1) राजयोग - इस योग का सबसे महत्वपूर्ण अंग है ध्यान। योगसूत्र में पतंजलि ने इसके आठ अंग बताएं हैं - 
 यम, नियम, आसान, प्राणायाम, प्रत्याहार, धारणा, ध्यान और समाधि

2) कर्मयोग - दैनिक जीवन में किया गया कोई भी कार्य कर्मयोग की श्रेणी में आता है, हम वर्तमान में अच्छा कर्म करके भविष्य को अच्छा बना सकते है। अपने द्वारा निःस्वार्थ भाव से किया गया कोई भी काम कर्मयोग के अंतर्गत आता है। 

3) भक्तियोग - सभी में और हर काम में ईश्वर की प्रेरणा मानना ही भक्ति योग है।

4) ज्ञानयोग - ज्ञानयोग बुद्धि का योग है, ज्ञान योग सबसे कठिन माना जाता है, इसमे बहुत अध्ययन करना होता है।

योग में सीमा और सावधानियों में क्या अंतर है?

योग हमारे जीवन से जुड़े भौतिक, मानसिक और आध्यात्मिक जीवन का विकास करता है, 
योग का अर्थ जुड़ना होता। योग - आसन, प्राणायाम, मुद्रा और ध्यान के माध्यम से प्राप्त होती है। 
योग किसी भी बीमारी में इलाज का एक सफल विकल्प भी है।

योग में सीमा और सावधानियां - 
योग करने की कोई सीमा नहीं है, बशर्ते किसी योग गुरु के निगरानी में किया जाए।

योग मुख्यतः चार प्रकार हैं।
1) राजयोग - इस योग का सबसे महत्वपूर्ण अंग है ध्यान। योगसूत्र में पतंजलि ने इसके आठ अंग बताएं हैं - 
 यम, नियम, आसान, प्राणायाम, प्रत्याहार, धारणा, ध्यान और समाधि

2) कर्मयोग - दैनिक जीवन में किया गया कोई भी कार्य कर्मयोग की श्रेणी में आता है, हम वर्तमान में अच्छा कर्म करके भविष्य को अच्छा बना सकते है। अपने द्वारा निःस्वार्थ भाव से किया गया कोई भी काम कर्मयोग के अंतर्गत आता है। 

3) भक्तियोग - सभी में और हर काम में ईश्वर की प्रेरणा मानना ही भक्ति योग है।

4) ज्ञानयोग - ज्ञानयोग बुद्धि का योग है, ज्ञान योग सबसे कठिन माना जाता है, इसमे बहुत अध्ययन करना होता है।

आध्यात्मिक जानकारी जैसे - आरती, चालीसा

आध्यात्मिक जानकारी जैसे - आरती, चालीसा आदि के लिए नीचे दिए लिंक पर क्लिक करें 


https://spiritualcrafts.blogspot.com/ 


Wednesday, 19 January 2022

तुम्हे जब देखता हूँ मैं

तुम्हे जब देखता हूँ मैं 
तो सब कुछ भूल जाता हूँ 
कहाँ हूँ क्यों खड़ा हूँ मैं 
ये सब भी भूल जाता हूँ 
तुम्हारी आँखों का काजल 
गजल मेरी बनाता है 
तुम्हारी साँस की खुशबू 
मेरा तन - मन महकाता है 
तुम्हे पाकर पास अपने 
मैं दुनिया को भूल जाता हूँ 
तुम्हारा मुस्कुराना भी 
खिलते फूलो सा लगता है 
तुम्हारा यूँ शरमाना विक्रान्त 
के दिल को चुराता है 
तुम्हे जब देखता हूँ मैं 
तो सब कुछ भूल जाता हूँ 
कहाँ हूँ क्यों खड़ा हूँ मैं 
ये सब भी भूल जाता हूँ

खोया - खोया रहता हूँ

जब से मिला हूँ तुमसे मैं, 
बस खोया - खोया रहता हूँ, 
मिल जाऊँ तुमसे जल्दी मैं, 
यही ख्वाब संजोया रहता हूँ, 
जल्दी से तुमको पा जाऊँ, 
मैं और तुम से हम हो जाऊँ, 
इस सपने में रंग भरने को, 
मैं सोया - सोया रहता हूँ, 
होगी वो कहाँ, कैसे होगी, 
ये बात सताती है विक्रान्त को हरपल, 
रहेगी इक दिन साथ मेरे, 
ये उम्मीद जगाये रहता हूँ
जब से मिला हूँ तुमसे, 
बस खोया - खोया रहता हूँ।

प्यार का इजहार

मैं होंठो से कुछ कह पाया नहीं, 
पर निगाहो ने मेरी कुछ छुपाया नहीं, 
वो जान सब कुछ गए, पर कुछ बोले नहीं, 
वो चले यूँ गये, मुड़कर देखे नहीं, 
बहुत समय तक मैं यूँ ही राह तकता रहा, 
और जमाना मुझपे ही हँसता रहा, 
मुद्दतें हो गई आज आये हैं वो, 
मुझे ही भला बुरा सुनाये हैं वो, 
कहते हैं कि क्यूँ मुँह से बोला नहीं, 
जुबां से क्यूँ कुछ भी बोला नहीं, 
प्यार को यूँ छुपाना नहीं चाहिए, 
दिल भी किसी का दुखाना नहीं चाहिए, 
दिल उनका न दुखे ये सोचकर चुप रहा, 
हो गयी वो किसी की न विक्रान्त की हुई, 
उनकी बात सुनकर बहुत पछतावा हुआ, 
उनकी जुदाई का गम अब जीवन भर का हुआ, 
इसलिए भाई सुन लो जरा ध्यान से, 
प्यार का इजहार कर दो समय जान के।

आज का दिन है बहुत खास मेरा

आज का दिन है बहुत खास मेरा,
इस दिन ही मैंने कुछ पाया है,
न जाने कब से उससे बिछड़ा था,
आज के दिन ही उसको पाया है,
जिसकी तलाश में वर्षो से,
मैं भटक रहा था यूँ दर-दर,
पा गया उसे एक लम्हे में,
सोचा न था वो मिलेगी इस कदर,
आज का दिन है बहुत खास मेरा,
इस दिन ही मैंने कुछ पाया है।
मिलना भी हुआ बहुत खास मेरा,
जीवन हो गया मेरा पूरा,
तब से हर लम्हा याद में उसकी,
विक्रान्त अपना समय बिताता है,
आ जायेगी जल्दी पास उसके,
यही सोच- सोच इठलाता है,
आज का दिन है बहुत खास मेरा,
इस दिन ही मैंने कुछ पाया है।