Saturday, 22 November 2014

अब तड़पाना छोड़ दे!


उससे कह दो अगर मोहब्बत नहीं,
तो मेरे ख्वाबो में आना छोड़ दे,
आजा जिन्दगी में मेरी,
या फिर रातो को जगाना छोड़ दे,
दूर  ही  रहे  मुझसे,
नजदीकियां बढ़ाना छोड़ दे,
इजहार मोहब्बत का कर दे,
या फिर मुझे देखकर मुस्कुराना छोड़ दे,
अगर नफरत है मुझसे तो,
फिर आँखे मिलाना छोड़ दे,
अपना हम सफर बना ले मुझको,
या सबको मेरे किस्से सुनाना छोड़ दे,
विक्रान्त पहले से ही घायल है,
उसे अब तड़पाना छोड़ दे।